वनमाली स्मृति कथा पुरस्कार समकालीन कथा परिदृश्य में जनतांत्रिक एवं मानवीय मूल्यों की तलाश में लगे कथा साहित्य की पुनप्रर्तिष्ठा करने एवं उसे सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित द्विवार्षिक पुरस्कार है। यह एक ऐसे कथाकार की याद में स्थापित किया गया है जो साहित्य और कर्म के माध्यम से इन्हीं मूल्यों की गरिमा बचाये रखने के लिए जीवनभर संघर्ष करते रहे। इसके अन्तर्गत एक विशिष्ट समय में हिन्दी भाषा में प्रकाशित कथा एवं उपन्यास साहित्य को दृष्टिगत रखकर, रचनाकार का चयन किया जाता है।
वर्ष 2008 के इस पुरस्कार के लिये चर्चित कथाकार उदय प्रकाश का चयन किया गया है। उदय प्रकाश ने कहानी के नये प्रतिमान रचे हैं। वे अपनी कहानियों में कहानीपन के निश्चित चैखटे तोड़ते हैं और फिर एक कुशल किस्सागो की तरह बारीक पच्चीकारी से इतिहास-कल्पना, मिथक-यथार्थ, स्मृति-संवेदना को इस तरह परस्पर गूंथते हैं कि सब मिलकर एक घनीभूत अनुभव की सृष्टि करता है। उनकी कहानियाँ साहित्यिक जगत में जितनी प्रासंगिक हैं, इतनी ही समाजशास्त्रीय अध्ययन की दृष्टि से भी। वे एक प्रबुद्ध, सचेत रचनाकार की कलम से निकला, अपने समय का प्रामाणिक दस्तावेज है। कहानी बुनते हुए वे स्थितियों, पात्रों, भाषा का पूर्ण स्वतंत्रता से प्रयोग करते हैं। उनमें मुक्तिबोध जैसी बेचैनी और परसाई जैसी तटस्थता है।
वनमाली अलंकरण समारोह 2016
बिलासपुर में 'रेस्त्रां में दोपहर'
बिलासपुर में 'रेस्त्रां में दोपहर'
वनमाली कथा सम्मान २०११ में मैत्रेयी पुष्पा और मनोज रूपड़ा के सम्मान समारोह में अतिथि साहित्यकार
रचना समय-5 में प्रभु जोशी, संतोष चौबे , अजातशत्रु, राजेन्द्र गुप्ता, हबीब तनवीर, उदय प्रकाश, विजय बहादुर सिंह, विनय उपाध्याय एवं हरि भटनागर
रचना समय-4 में सर्वश्री विष्णु खरे , असगर वजाहत , चंद्रकांत देवताले , आफॅक. अहमद एवं भगवत रावत
रचना समय-3 में रचनाकर हरिवंश राय, अजेय कुमार, कंुवर पाल सिंह, अखिलेश, देवीप्रसाद मिश्र, संतोष चौबे , डाॅ. शिवकुमार मिश्र, भगवत रावत, राजकमल नायक, वकार सिद्धिकी, राजेश जोशी, रामप्रकाश
रचना समय-2 में सुधीर रंजन सिंह, स्वयं प्रकाश, राजेश जोशी, निलांजना, नरेन्द्र जैन, नमिता सिंह, आफाक अहमद, रामप्रसाद त्रिपाठी, हरि भटनागर, शफीक रहमानी एवं संतोष चौबे
रचना समय-1 में रचनाकार नवल जायसवाल, रामप्रकाश, लीलाधर मंडलोई, विनोद मिश्र, नवीन सागर, शशांक, राजेन्द्र यादव, वेणुगोपाल, संतोष चौबे, राजेश जोशी, दूधनाथ सिंह मार्कण्डेय